Mukesh Ambani in Hindi

मुकेश अंबानी: भारत के सबसे धनी व्यक्ति का पूरा जीवन परिचय

Prerak Vyakti

परिचय

मुकेश धीरूभाई अंबानी का नाम सुनते ही भारत के सबसे सफल उद्योगपति की छवि मन में आ जाती है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में वे न सिर्फ भारत बल्कि एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। उनकी जीवन यात्रा एक प्रेरणादायक कहानी है जो दिखाती है कि कैसे दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और सही रणनीति से कोई भी व्यक्ति असाधारण सफलता हासिल कर सकता है।

मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कुल संपत्ति भारतीय रुपयों में

मई 2025 तक, मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति लगभग 108 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जो उन्हें एशिया का सबसे अमीर व्यक्ति और दुनिया का 13वां सबसे धनी व्यक्ति बनाती है। भारतीय रुपयों में यह राशि लगभग 9 लाख करोड़ रुपये के बराबर है।

मुकेश अंबानी की प्रति सेकंड, प्रति घंटा, प्रति दिन, प्रति महीना और प्रति वर्ष आय

2025 के फोर्ब्स डेटा के अनुसार, मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति लगभग 9,65,000 करोड़ रुपये (USD 116 बिलियन) है। यह आंकड़ा उन्हें एशिया का सबसे अमीर और विश्व का 13वां धनी व्यक्ति बनाता है। उनकी आय का विवरण नीचे दिया गया है:

प्रति सेकंड आय: ₹2,900
प्रति घंटा आय: ₹1.04 करोड़
प्रति दिन आय: ₹25 करोड़
प्रति माह आय: ₹750 करोड़
प्रति वर्ष आय: ₹9,000 करोड़

ये आंकड़े केवल अनुमानित हैं और बाजार की स्थितियों के अनुसार बदलते रहते हैं। रिलायंस के शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण उनकी संपत्ति में भी दैनिक परिवर्तन होता रहता है।

अंबानी ने अपना व्यवसाय कैसे शुरू किया?

Mukesh Ambani - Safal Udyogpati in Hindi

मुकेश अंबानी का व्यावसायिक सफर उनके पिता धीरूभाई अंबानी की विरासत से शुरू हुआ। 1980 के दशक में जब वे स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एमबीए कर रहे थे, तब उनके पिता ने उन्हें भारत वापस बुलाया और पारिवारिक व्यवसाय में शामिल होने के लिए कहा।

महत्वपूर्ण पड़ाव:

1980 का दशक: रिलायंस को टेक्सटाइल से पेट्रोकेमिकल्स में बदलने की रणनीति।
1990 का दशक: जामनगर (गुजरात) में विश्व की सबसे बड़ी रिफाइनरी स्थापित की।
2002 के बाद: धीरूभाई के निध1न के बाद रिलायंस का विभाजन। मुकेश को तेल, गैस और पेट्रोकेमिकल्स का कारोबार मिला।
2016: जियो का विस्फोटक लॉन्च, जिसने भारत की डिजिटल क्रांति की नींव रखी।

मुकेश अंबानी ने अपने व्यावसायिक करियर की शुरुआत रिलायंस के पेट्रोकेमिकल व्यवसाय को आगे बढ़ाने से की। उन्होंने जामनगर में दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी का निर्माण करवाया। इसके बाद उन्होंने टेलीकॉम सेक्टर में कदम रखा और जियो नेटवर्क लॉन्च किया, जिसने भारत के डिजिटल परिदृश्य को ही बदल दिया।

उनकी व्यावसायिक रणनीति हमेशा से ही दूरदर्शी रही है। उन्होंने समझा कि भविष्य में डिजिटल तकनीक का महत्व बढ़ेगा और इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने रिलायंस जियो की स्थापना की। आज जियो भारत का सबसे बड़ा टेलीकॉम नेटवर्क है।

अनिल अंबानी की कुल संपत्ति

अनिल अंबानी, मुकेश अंबानी के छोटे भाई हैं और कभी वे भी अरबपतियों की सूची में शामिल थे। हालांकि, 2005 में भाइयों के बीच पारिवारिक व्यवसाय का बंटवारा हुआ था। मुकेश को रिलायंस इंडस्ट्रीज मिली और अनिल को रिलायंस ग्रुप की अन्य कंपनियां मिलीं।

दुर्भाग्य से, अनिल अंबानी का व्यावसायिक सफर उनके भाई जितना सफल नहीं रहा। विभिन्न व्यावसायिक चुनौतियों और कर्ज के कारण उनकी संपत्ति में काफी गिरावट आई है। वर्तमान में उनकी कुल संपत्ति काफी कम हो गई है और वे अरबपतियों की सूची से बाहर हो गए हैं।

अनंत अंबानी

मुकेश अंबानी के सबसे छोटे पुत्र अनंत अंबानी (जन्म: 10 अप्रैल 1995) अब व्यवसाय की कमान संभालने को तैयार हैं। उनकी प्रमुख भूमिकाएँ:

  • शिक्षा: ब्राउन यूनिवर्सिटी (USA) से अर्थशास्त्र में स्नातक।
  • रिलायंस में योगदान:
    • न्यू एनर्जी बिजनेस के प्रमुख (हाइड्रोजन और सोलर एनर्जी पर फोकस)।
    • जियो प्लेटफॉर्म्स के बोर्ड सदस्य।
  • सामाजिक कार्य: रिलायंस फाउंडेशन के तहत “हैल्थ फॉर ऑल” पहल का नेतृत्व।
    
अनंत अंबानी मुकेश अंबानी के सबसे छोटे बेटे हैं। वे ब्राउन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर चुके हैं और वर्तमान में रिलायंस के विभिन्न व्यावसायिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल हैं। अनंत अंबानी को खेल के क्षेत्र में विशेष रुचि है और वे मुंबई इंडियंस आईपीएल टीम के संचालन में भी शामिल रहते हैं।

अनंत अंबानी ने अपनी फिटनेस और स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए काफी मेहनत की है। उन्होंने वजन कम करने के लिए कड़ी दिनचर्या अपनाई और इसमें सफल भी रहे हैं। वे अक्सर परिवारिक और व्यावसायिक कार्यक्रमों में दिखाई देते हैं।

हाल ही में अनंत अंबानी की शादी राधिका मर्चेंट से हुई है, जिसमें दुनियाभर से मेहमान शामिल हुए थे। यह शादी अपनी भव्यता और शानदार आयोजन के लिए चर्चा में रही।

मुकेश अंबानी का परिवार

मुकेश अंबानी का परिवार भारत के सबसे प्रभावशाली परिवारों में से एक है। उनकी पत्नी नीता अंबानी एक सफल शिक्षाविद् और व्यवसायी हैं। वे रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन हैं और शिक्षा, कला और खेल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं।

मुकेश अंबानी के तीन बच्चे हैं:

अकाश अंबानी: सबसे बड़े बेटे अकाश अंबानी रिलायंस जियो के बोर्ड में शामिल हैं और कंपनी के डिजिटल व्यवसाय को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनकी शादी श्लोका मेहता से हुई है।

ईशा अंबानी: इकलौती बेटी ईशा अंबानी भी रिलायंस की बोर्ड मेंबर हैं और रिलायंस रिटेल में सक्रिय हैं। उनकी शादी आनंद पीरामल से हुई है।

अनंत अंबानी: सबसे छोटे बेटे अनंत अंबानी भी पारिवारिक व्यवसाय में शामिल होकर आगे बढ़ रहे हैं।

अंबानी परिवार मुंबई के अल्ट्रामॉडर्न घर ‘एंटीलिया’ में रहता है, जो दुनिया के सबसे महंगे निजी घरों में से एक है।

धीरूभाई अंबानी

धीरूभाई अंबानी (1932-2002) मुकेश अंबानी के पिता और रिलायंस साम्राज्य के संस्थापक थे। वे एक साधारण परिवार से आए थे लेकिन अपनी मेहनत, दृढ़ता और व्यावसायिक सूझबूझ से भारत के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक बने।

धीरूभाई अंबानी का जन्म गुजरात के चोरवाड़ गांव में हुआ था। उन्होंने अपना करियर एडन (अब यमन) में एक पेट्रोल पंप पर काम करने से शुरू किया था। वहां उन्होंने व्यापार की बारीकियां सीखीं और फिर भारत लौटकर 1958 में रिलायंस कमर्शियल कॉर्पोरेशन की स्थापना की।

धीरूभाई अंबानी की सबसे बड़ी खासियत यह थी कि वे आम लोगों को शेयर बाजार में निवेश के लिए प्रेरित करते थे। उन्होंने “हर भारतीय को शेयरधारक बनाना” का सपना देखा था। उनके कारण लाखों छोटे निवेशकों ने शेयर बाजार में हिस्सा लिया।

वे एक दूरदर्शी व्यक्ति थे जिन्होंने भारत में पेट्रोकेमिकल उद्योग की नींव रखी। उनकी मृत्यु के बाद उनके दोनों बेटों मुकेश और अनिल ने पारिवारिक व्यवसाय को आगे बढ़ाया।

शादी से पहले नीता अंबानी ने क्या किया था?

नीता अंबानी मुकेश अंबानी से मिलने से पहले एक स्कूल टीचर थीं। वे 1985 में मुकेश अंबानी से शादी करने के बाद भी कुछ साल तक शिक्षिका के रूप में काम करती रहीं।

शादी से पहले नीता अंबानी मुंबई के एक स्कूल में डांस टीचर के रूप में काम करती थीं। वे एक प्रशिक्षित शास्त्रीय नर्तकी भी थीं और कई कार्यक्रमों में प्रदर्शन करती थीं।

शादी के बाद नीता अंबानी ने सनफ्लावर नर्सरी स्कूल में शिक्षिका के रूप में काम किया, जहां उन्हें प्रति महीने 800 रुपये मिलते थे। उस समय महिलाओं के लिए यह एक अच्छी तनख्वाह मानी जाती थी।

नीता अंबानी और मुकेश अंबानी की मुलाकात एक दिलचस्प तरीके से हुई। धीरूभाई अंबानी ने नीता को एक डांस परफॉर्मेंस में देखा था और उन्हें लगा कि वे उनके बेटे मुकेश की एक अच्छी जीवनसाथी हो सकती हैं।

नीता अंबानी एक मध्यमवर्गीय गुजराती परिवार से ताल्लुकक रखती थीं। उन्होंने भरतनाट्यम में प्रशिक्षण लिया था और इसी कला के जरिए वे अपनी आजीविका चलाती थीं। शादी के बाद उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान जारी रखा और बाद में रिलायंस फाउंडेशन के माध्यम से शिक्षा, कला और खेल के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर काम किया।

आज नीता अंबानी न सिर्फ एक सफल व्यवसायी हैं बल्कि भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन की पहली महिला अध्यक्ष भी हैं। वे मुंबई इंडियंस आईपीएल टीम की मालकिन भी हैं।

मुकेश अंबानी की व्यावसायिक उपलब्धियां

मुकेश अंबानी ने अपने व्यावसायिक करियर में कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर हासिल किए हैं:

रिलायंस इंडस्ट्रीज का विस्तार: उन्होंने पिता की छोड़ी गई विरासत को न सिर्फ संभाला बल्कि उसे कई गुना बढ़ाया भी। आज रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत की सबसे बड़ी निजी कंपनियों में से एक है।

जामनगर रिफाइनरी: दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी का निर्माण करवाकर उन्होंने भारत को पेट्रोलियम क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

रिलायंस जियो: 2016 में लॉन्च किया गया जियो नेटवर्क ने भारत में डिजिटल क्रांति ला दी। मुफ्त इंटरनेट और सस्ते डेटा की बदौलत करोड़ों भारतीयों को डिजिटल दुनिया से जोड़ा।

रिलायंस रिटेल: खुदरा व्यापार में भी रिलायंस का महत्वपूर्ण योगदान है। आज यह भारत की सबसे बड़ी रिटेल चेन है।

निष्कर्ष

मुकेश अंबानी की जीवन यात्रा एक प्रेरणादायक कहानी है जो दिखाती है कि कैसे दृढ़ संकल्प, नवाचार और सही दिशा में किए गए प्रयासों से असाधारण सफलता हासिल की जा सकती है। उन्होंने न सिर्फ अपने पारिवारिक व्यवसाय को आगे बढ़ाया बल्कि भारत के औद्योगिक और डिजिटल विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

आज जब दुनिया तेजी से बदल रही है, मुकेश अंबानी और उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज भविष्य की तकनीकों में निवेश कर रही है। ग्रीन एनर्जी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और नई तकनीकों में उनका निवेश भारत को एक विकसित देश बनाने में योगदान देगा।

मुकेश अंबानी का जीवन हमें सिखाता है कि सफलता केवल पैसे से नहीं मापी जाती, बल्कि समाज और देश के कल्याण में दिए गए योगदान से भी मापी जाती है। उनकी कहानी हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो अपने क्षेत्र में कुछ बड़ा करने का सपना देखता है।

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